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एडवांस्ड बैटरी सेवर ऐप यूजर्स को दे रही धोखा, आपके पर्सनल डाटा की करते है चोरी

"एडवांस्ड बैटरी सेवर" ऐप यूजर्स को दे रही धोखा, आपके पर्सनल डाटा की करते है चोरी

July 6, 2018, 11:53 PM

दुनिया के फेमस सिक्योरिटी फर्म RiskIQ ने एंड्रॉयड यूजर्स को आगाह किया है कि वह "एडवांस्ड बैटरी सेवर" नाम की ऐप से पूरी तरह बचकर रहें, क्‍योंकि वास्‍तव में यह ऐप सिर्फ एक धोखा है। डेलीमेल ने सैन फ्रांसिस्को बेस्‍ड दुनिया की फेमस डिजिटल थ्रेट मैनेजमेंट कंपनी RiskIQ के हवाले से बताया है कि यह एंड्रॉयड ऐप दावा करती है कि यह आपकेस्मार्ट फोन की बैट्री को सेव करती है, लेकिन सच तो यह है कि यह ऐप सिर्फ आपके पर्सनल डाटा को चुराने का काम ही कर रही है। गूगल प्‍ले स्‍टोर पर उपलब्‍ध रही यह ऐप यूजर्स की लोकेशन, फोन नंबर्स और मैसेजेस को चुराकर अपने सर्वर पर भेज देती है। इससे भी खतरनाक बात यह हो सकती है कि इस जानकारी का इस्तेमाल तमाम हैकर्स भी कर सकते हैं और मोबाइल यूजर के पेमेंट डिटेल्स को चुराकर या फिर किसी और तरीके से यूजर को ब्लैकमेल या उसके साथ फ्रॉड कर सकते हैं।

 

इस तरह से स्‍मार्टफोन यूजर्स को बनाती है बेवकूफ

एक्‍सपर्ट्स के मुताबिक "एडवांस्ड बैटरी सेवर" ऐप वास्‍तव में एक मालवेयर है जो कि क्रोम या किसी दूसरे ब्राउज़र पर ऑनलाइन ब्राउजिंग के दौरान एक पॉपअप मैसेज के रूप में सामने आता है। इस मैसेज में लिखा होता है कि आपके फोन को तुरंत ही क्लीनअप की जरूरत है, इसलिए अपने फोन की मेमोरी को बचाने और फोन की बैटरी को खर्च होने से बचाने के लिए तुरंत ही यह क्लीनर ऐप इंस्टॉल करें। अलग अलग स्मार्ट फोन के मॉडल के हिसाब से यह मालवेयर सच्‍चे दिखने वाले फेक मैसेज दिखाता है। इससे यूजर को एहसास होता है कि यह एक सही ऐप है। जैसे ही यूजर इस पर क्लिक करता है वैसे ही यह मालवेयर उसे प्‍ले स्‍टोर पर ले जाता है। जहां से यूजर अनजाने में ही यह मालवेयर अपने फोन पर इंस्टॉल कर लेता है। सिक्योरिटी फर्म के मुताबिक एडवांस बैटरी सेवर ऐप को अब तक 60 हजार से ज्‍यादा लोगों द्वारा इंस्टॉल किया जा चुका है

 

इससे बचने के लिए क्‍या करें?

सिक्योरिटी एक्सपर्ट्स का कहना है कि ऐसे सभी एंड्राइड यूजर्स जिन्होंने अपने फोन पर "एडवांस्ड बैटरी सेवर" ऐप इंस्टॉल कर रखी है, वो तुरंत ही उसे अनइंस्टॉल कर दें और एक स्टैंडर्ड एंटीवायरस ऐप द्वारा उससे जुड़ा सारा डाटा डिलीट यानी रिमूव करा दें, वर्ना भविष्य में उन्हें किसी तरह की प्रॉब्लम फेस करनी पड़ सकती है। मिरर ने बताया है कि सिक्योरिटी फर्म RiskIQ ने ही पहली बार एस डाटा स्कैम ऐप के बारे में आगाह किया था। उसके मुताबिक यह ऐप खासतौर पर यूजर्स की कॉन्‍टैक्‍ट लिस्‍ट, मैसेजेस और लोकेशन से जुड़ी जानकारी चोरी करती रहती है।

प्‍ले स्‍टोर से हटा दी गई है ये ऐप -

जैसे ही सिक्‍योरिटी एक्‍सपर्ट्स द्वारा गूगल को इस बात की जानकारी हुई कि बैटरी सेविंग के नाम पर यह ऐप कुछ और ही काम कर रही है। उसने इस ऐप को प्ले स्टोर से डिलीट कर दिया गया है। फिलहाल ऐसे सभी यूज़र्स जिनके मोबाइल फोन पर अब भी यह ऐप मौजूद है वह एंटीवायरस प्रोग्राम द्वारा यह आप और इसका डाटा पूरी तरह डिलीट कर दें, अन्‍यथा उन्‍हें बाद में कभी सिक्‍योरिटी थ्रेट का सामना करना पड़ सकता है।

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